तस्वीर में दिखाई दे रहा पौधा रोजमेरी है। ये सिर्फ एक साल का है ।ऐसे कुछ पौधे हमारी डिवाइन लिविंग बगिया की शोभा बढ़ा रहे हैं।
रोज़मेरी का पौधा
फोटो साभार- https://www.facebook.com/divinelivinghomestay/
रोजमेरी एक जड़ी-बूटी है। इसे गुल मेंहदी या केशवास भी कहते हैं । रोजमेरी के पत्तों से तेल भी निकाला जाता है जो कि दवाएं बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
व्यंजनों में रोजमेरी -
रोजमेरी मसालेदार भोजन (Spicy food) को स्वादिष्ट बनाने के लिए भी उपयोग की जाती है।अधिकतर इटैलियन व्यंजनों जैसे - पिज्जा,पास्ता में रोजमेरी इस्तेमाल किया जाता है । इसकी पत्तियों से चाय भी बनाई जा सकती है । रोजमेरी और हनी टी पीने से ताजगी,स्फूर्ति आती है और ये बड़ी गुणकारी है। इसकी हरी और सूखी पत्तियां दोनो इस्तेमाल की जाती हैं । ये व्यंजनों में सीजनिंग,गार्निशिंग के काम आती है ।
रोजमेरी के औषधीय गुण-
रोजमेरी में एंटीआक्सिडेंट और बहुत से पोषक तत्वों का संग्रह होता है। रोजमेरी का पाचन समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। दिल की धड़कन, पेट की गैस, लीवर और पित्ताशय की परेशानियां, ब्लडप्रेशर, गठिया (Arthritis) आदि के उपचार में भी रोजमेरी लाभकारी होती है।
एंटीऑक्सिडेंट और प्रतिरोध गुणों से भरपूर होने के कारण रोजमेरी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती और रक्त परिसंचरण (Blood circulation) व्यवस्था को भी बढ़ावा देती है। इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण हानिकारक बैक्टीरिया को बे-असर कर हमारे शरीर की रक्षा करते है। अपच के इलाज में रोजमेरी का उपयोग किया जाता है।
जीवाणु संक्रमण को रोकने में रोजमेरी प्रभावशील है, यह पेट में होने वाले एच. पिलोरी बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। एच. पिलोरी (H.pylori ) बैक्टीरिया खतरनाक होता है जो पेट के अल्सर का जन्मदाता माना जाता है।
रोजमेरी का सेवन करने से इस प्रकार के बैक्टीरिया को बढ़ने से रोका जा सकता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते है।
रोजमेरी के फायदे याददाश्त बढ़ाने में
भूलने और कम याददाश्त जैसी समस्याओं को दूर करने में रोजमेरी का उपयोग किया जाता है।एक शोध के अनुसार रोजमेरी तेल की गंध व्यक्ति की ध्यानाकर्षण, स्पीड़, हाव-भाव में सुधार कर सकती है।
रोजमेरी के फायदे बालों के लिए
यदि आप बालों के गिरने से परेशान है तो आप रोजमेरी के तेल का उपयोग कर आप अपने बालों के विकास को बढ़ावा दे सकते है। रोजमेरी का तेल लगाने से आपके बालों के गिरने की दर को कम किया जा सकता है, रोजमेरी बालों को प्राकृतिक रूप से काला बना सकता है। यह आपके बालों से डेंड्रफ को हटाने में प्रभावी होता है।
अल्जाइमर रोकने में रोजमेरी के फायदे
अल्जाइमर (Alzheimer), एटैक्सिया और डिमेंशिया रोगों से बचने के लिए रोजमेरी फायदेमंद है।
रोजमेरी के फायदे तनाव कम करने में
रोजमेरी के तेल की सुगंध आपकी मानसिक स्थिति में सुधार लाने के साथ-साथ आपके मन को शांति का अनुभव भी कराती है। इसका असर उन लोगों पर ज्यादा होता है जो पुरानी चिंता और अवसाद से ग्रसित होते है।यह हमारे शरीर में कोर्टिसोल (cortisol) जो कि तनाव बढ़ाने वाला हार्मोन होता है उसके स्तर को कम करने में मदद करता है।
रोजमेरी के फायदे कैंसर के उपचार में
इसमें मैगनीज, कार्नोसोल, रास्मरिनिक एसिड, कार्नोसिक एसिड की उपस्थिति होने के साथ-साथ इसमें एंटीऑक्सीडेंट,एंटी-इंफ्लैमेटरी, एंटीप्रोलिफेरेटिव और एंटीसेन्सर गुण होते है। इन सभी गुणों की उपलब्धता के कारण यह कुछ विशेष प्रकार के कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से कॉलन कैंसर, ब्लड कैंसर, स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर डिम्बग्रंथि, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, यकृत कैंसर, फेफड़े कैंसर, मूत्राशय कैंसर और अग्नाशय कैंसर आदि के उपचार में सार्थक परिणाम साबित किए है।
खांसी दूर करने में रोजमेरी के फायदे
खांसी और अन्य श्वसन संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए आप रोजमेरी का उपयोग कर सकते है। रोजमेरी की पत्तियां श्वसन प्रणाली से कफ और श्लेष्म को दूर करती हैं, जिससे खांसी फ्लू और अस्थमा जैसे रोगों को रोकन में मदद मिलती है। रोजमेरी का उपयोग फेफड़ों में किसी भी प्रकार के हानिकारक तत्वों को एकत्रित होने से रोकता है।
रोजमेरी के फायदे त्वचा की सुरक्षा के लिए
रोजमेरी के तेल में उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट त्वचा के स्वास्थ्य और सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देता है। रोजमेरी तेल में एंटी-एजिंग (anti-aging) प्रभाव होता है जो त्वचा की प्राकृतिक चमक बढ़ाने में सहायक होता है। रोजमेरी का सेवन करने से इसमें उपस्थित साइट्रस सूर्य विकिरण से होने वाले नुकसानों से त्वचा की रक्षा करता है।
खून बढ़ाने में रोजमेरी के फायदे
खून में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में रोजमेरी का उपयोग उत्तेजक के रूप में किया जाता है। इसका सेवन करने से यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और खून के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है।जिससे शरीर के सभी अंगों में आक्सीजन की उपलब्धता बनी रहती है।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत् ।।
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः
अर्थ - "सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े।"
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