तस्वीर में दिख रहा पौधा है कीवी । सभी जानते हैं कीवी बड़ा गुणकारी फल होता है ।
इसके बारे में जो सबसे खास बात है वो हम में से कम ही लोग जानते होंगे । वो है
कीवी का आशिकाना मिजाज़ । हैरानी हो रही है न ? लेकिन है सच ।
" एक कीवी , पांच बीवी "
ये कोई कहावत नहीं है इस पौधे के बारे में, बल्कि हकीकत है । कुदरत ने कीवी को
भी इंसानों की तरह दो लिंगों में बांटा है । एक - नर , दूसरी - मादा । तस्वीर में
दिख रहा पौधा नर कीवी है । ठीक इंसानों की तरह नर या मादा कीवी भी अकेले
वंश वृद्धि यानि फल पैदा करने का काम नहीं कर सकते । इन्हें झुंड में लगाना
पड़ता है । एक नर कीवी के साथ कम से कम 5 मादा कीवी के पौधे रोपने पड़ते
हैं तब जाकर कहीं फलों का उत्पादन होना शुरु होता है । नर कीवी सिर्फ परागण
का काम करता है और मादा कीवी फलों को उपजाने का काम करती हैं। फलों के
उत्पादन की संभावना अच्छी रहे इसलिए नर को मादा कीवी पौधे के निकट
(करीब 9 मीटर की दूरी पर ) ही रोपा जाता है । नर कीवी को बीचों-बीच रखा जाता है ।
प्रत्येक पौधा करीब 4 से 5 साल में पूरा बड़ा होता है और बेल का रूप धारण
करता है । इसके बाद इनमें फ्रूटिंग शुरु होती है । कीवी का एक पौधा एक
सीजन में औसतन 40 से 50 किलो फलों की पैदावार करता है । मेरे कीवी
झुंड में एक मेल और 5 फीमेल थीं जिसमें से कीवी राजा की अब सिर्फ एक
पत्नी बची हैं शेष का देहांत हो चुका है । जनवरी के प्रथम सप्ताह में एक बार
फिर मुझे इनके लिए 4 फीमेल पार्टनर लाकर लगाने होंगे ताकि इनकी वंश वृद्धि
अच्छे से हो सके ।
अब बात कीवी खाने से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में ।
कीवी एंटी ऑक्सीडेन्ट तत्वों से भरपूर होता है । ये शरीर में बुरे कैलेस्ट्रॉल की
मात्रा को कम करता है । शरीर की आंतरिक और बाहरी सूजन को खत्म करता
है । हृद्य संबंधी रोगों से बचाता है और न जाने कितने ऐसे फायदे हैं जो इसे
खाने से आपको होते हैं । इन फायदों को गिनाने के लिए मैं एक वीडियो
भी आपके साथ साझा कर रहा हूं ताकि आपको इसके सारे गुणों का पता लग
सके । अपने रोजमर्रा के खान-पान में कीवी को शामिल करें और खूब स्वस्थ रहें ।
जीवेत् शरदा शतम्। यही कामना है मेरी ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें